अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग जन दिवस के अवसर पर गोरखपुर जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जनपद गोरखपुर श्री धीरेन्द्र त्रिपाठी के मार्गदर्शन एवं जिला समन्वयक समग्र शिक्षा विवेक जायसवाल के निर्देशन में बेसिक शिक्षा परिषद के दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु खेलकूद प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता का आयोजन नॉर्मल परिसर में किया गया था।
कार्यक्रम में परिषदीय विद्यालयों के ऐसे दिव्यांग विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया जो तहसील स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय अथवा तृतीय स्थान पर चयनित हुए थे ।
कार्यक्रम में कुल 13 प्रकार की खेल प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत दृष्टि दिव्यांग बच्चों ,श्रवण बाधित बच्चों , मानसिक मंदित बच्चों और अस्थि अक्षमता के बच्चों हेतु अलग-अलग खेलों का आयोजन किया गया था ।
जिसमें 100 मीटर की दौड़ , बाधा दौड़, जलेबी दौड़ , रंगोली प्रतियोगिता, मेहंदी प्रतियोगिता , थम्ब पेंटिंग, ब्रेल लेखन एवं अन्य खेलों को शामिल किया गया था। प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में पी डी सर श्री दीपक कुमार सिंह स्वयं उपस्थित थे । इसके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक सप्तम मंडल गोरखपुर श्रीमती संगीता सिंह जी की भी सादर उपस्थिति रही ।
कार्यक्रम में गणमान्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ,गोरखपुर के प्राचार्य श्री अभिषेक पांडेय जी का आशीर्वचन भी बच्चों को प्राप्त हुआ ।
बच्चों को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत करते हुए मुख्य अतिथि दीपक कुमार सिंह ने कहा कि यह बच्चे स्वयं को हीनता बोध से मुक्त रखें ।यदि प्रकृति ने इन्हें एक तरफ किसी एक क्षमता से कमजोर किया है तो निसंदेह उन्होंने अन्य क्षमताओं से उन्हें परिपूर्ण भी किया है। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उन्होंने जिला समन्वयक समग्र शिक्षा विवेक जायसवाल की भूरि भूरि प्रशंसा की एवं समस्त स्पेशल एजुकेटर को आभार ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में बच्चों का हौसला वर्धन करते हुए सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक सप्तम मंडल गोरखपुर श्रीमती संगीता सिंह ने कहा कि अपने मंडलीय कार्यकाल में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर उन्होंने अब तक की सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम की प्रस्तुति देखी है । उन्होंने कार्यक्रम के सुव्यवस्थित आयोजन की भूरि भूरि प्रशंसा की । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर विशेष बच्चों को पढ़ने वाले स्पेशल एजुकेटर शिक्षकों एवं जिला समन्वयक के लिए अलग से राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कार की अवधारणा होनी चाहिए। उन्होंने स्पेशल एजुकेटर की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप उन विद्यार्थियों के लिए एक शानदार मार्गदर्शक हैं जिनके प्रति संभवत उनके अभिभावक भी इतने सकारात्मक नहीं होते ।
उन्होंने अभिभावकों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि आपके जनपद में जब जिला समन्वयक समग्र शिक्षा के रूप में इतने बेहतरीन लीडर मौजूद हैं तो आपको उनकी टीम पर पूरा भरोसा करते हुए अपने बच्चों को निरंतर विद्यालयों तक पहुंचना चाहिए। शिक्षक एवं विद्यालय के संपर्क में आकर बच्चे अवश्य ही कुछ ना कुछ जरूर सीखते हैं और अधिगम कभी भी बेकार नहीं जाता यह बच्चे भविष्य में स्वयं को स्थापित करने की क्षमता पा जाएंगे यदि यह लगातार विद्यालयों तक अपने स्पेशल एजुकेटर और सामान्य शिक्षक के संपर्क में आते रहे । कार्यक्रम में अतिथियों को सामान्य रुपरेखा से अवगत कराने के क्रम में जिला समन्वयक समग्र शिक्षा विवेक जायसवाल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस हमारे दिव्यांग विद्यार्थियों हमारे स्पेशल एजुकेटर और उनके अभिभावक के लिए एक वार्षिक उत्सव की तरह है । जहां हम अपने विद्यार्थियों की सफलता का जश्न मनाते हैं । हम एक दूसरे से उनकी प्रगति को शेयर करते हैं ।हम अपने शिक्षण कौशल का भी आकलन कर लेते हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात हम अपने विद्यार्थियों को खुश होने खेलने और पुरस्कार पाने के अवसर भी प्रदान करते हैं। यह ऐसा अवसर है जब उनके अभिभावक भी अपने बच्चों के साथ खुशी-खुशी सम्मिलित हो रहे होते है । इन्होंने मुख्य अतिथि एवं गणमान्य अतिथियों को बताया कि गोरखपुर जनपद अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस की थीम *क्षमता का सम्मान आत्मनिर्भरता का उत्सव* को अपने प्रथम दिवस से ही अपने कार्यशैली में शामिल किए हुए हैं ।
गोरखपुर जनपद के दृष्टि दिव्यांग विद्यार्थी न केवल उच्च शिक्षा में उच्चतम स्थान हासिल कर रहे हैं बल्कि वह विभिन्न सरकारी नौकरियां एवं अन्य माध्यमों से स्वयं को आर्थिक सक्षम भी बना रहे हैं हमारे श्रवण दिव्यांग विद्यार्थी लीक से हटकर संकेत भाषा के माध्यम से शिक्षा हासिल करने लगे हैं ।
हमारे मानसिक मंदित विद्यार्थी अपनी चुनौतियों को अवरोध न मानकर तेजी के साथ सामान्य बच्चों की तरह सीख रहे हैं और स्थान भी हासिल कर रहे हैं ।गोरखपुर जनपद में शिवम के रूप में एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत है जिसने अपनी मानसिक और शारीरिक दिव्यांगता को परास्त करते हुए NNMS जैसी परीक्षा में शानदार स्थान हासिल कर दिखाया है उ। न्होंने कहा कि गोरखपुर जनपद प्रदेश की सबसे शानदार स्पेशल एजुकेटर टीम के साथ काम करता है । कार्यक्रम में जनपद के समस्त जिला समन्वयक की भी गरिमामय उपस्थिति रही ।
प्रतियोगिता में काजल, रागनी अंशिका ममता चांदनी, रिशू , सुनील के अतिरिक्त अन्य 39 विद्यार्थियों ने प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्राप्त किया सांस्कृतिक कार्यक्रम विजेता के रूप में समावेशी शिक्षा का संचालन कर रही कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय खोराबार चरगावां एवं जंगल कौड़िया की दृष्टि दिव्यांग एवं श्रवण बाधित बालिकाओं की टीम ने प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
कार्यक्रम का सफल संचालन सुश्रीऋक रिचा पांडे एवं समस्त व्यवस्थापन श्री अनिल दीक्षित जी के द्वारा किया गया ।
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