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सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पी आर के एस ने समर्थन किया

केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नितियों, सार्वजनिक उपक्रमों , बैंकों के निजीकरण, निगमीकरण, बढ़ती बेरोजगारी,और रेलवे सहित अन्य उपक्रमों की जमीनों की बिक्री के खिलाफ सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पी आर के एस ने समर्थन किया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी तथा प्रर्दशन किया  ।
सेंट्रल ट्रेड यूनियन्स ने इस हड़ताल में रेलवे की भागीदारी से छूट दिया था और निर्देशित किया था , कि अभी फिलहाल रेलवे के संचालन को बाधित नहीं किया जाएगा।
इस संबंध में गोरखपुर रेलवे स्टेशन के गेट सं-1 के समक्ष उपस्थित रेलवे कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा कि पूरे देश के पैमाने किए जा रहे इस सरकार के विरुद्ध किए जा रहे, आंदोलन का हम पुरजोर समर्थन करते हैं
विनोद कुमार राय ने कहा कि जिस तरह से सरकार देश की सम्पदा को क्रोनी कैप्टलिस्टो के हवाले कर रही है वो देश को खोखला बनाने का काम करेगी।
विनोद कुमार राय ने कहा कि जिस तरह से देश के सभी मजदूर  इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए एक मंच पर इकट्ठा हुए हैं वो एतिहासिक है, सरकार को मजदूर आक्रोष का आंकलन करना  और पुरानी पेंशन को लागू करने की घोषणा जल्द से जल्द करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आर एल डी ए के अधिकारियों की मिलीभगत से रामगढ़ ताल रेलवे कालोनी को औने-पौने दाम पर बेचने के लिए वहां निवास करने वाले कर्मचारियों को मकान खाली  करने की धमकी इंजीनियरिंग विभाग द्वारा दी जा रही है,जो किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।विनोद कुमार राय ने कहा कि,  रामगढ़ रेलवे कालोनी के एक एक अलाटी को उसके ग्रेड पे के हिसाब से वैकल्पिक निवास की व्यवस्था नहीं हो जाती है ,तब तक पीआरकेएस मकानों को डिमालिश नहीं होने देगा इसके लिए जो भी संघर्ष जरूरी होगा वो पीआरकेएस करेगा ।
इस सभा को सम्बोधित करते हुए संघ के प्रवक्ता ए के सिंह ने कहा कि सेंट्रल ट्रेड यूनियनों की इस देश व्यापी हड़ताल ने भारत में खत्म होते मजदूर आंदोलन को नई ऊर्जा प्रदान किया है।
इस आंदोलन ने देश को इस बात का आभास करा दिया है कि यह सरकार कारपोरेट परस्त और कामगार विरोधी है।
उन्होंने कहा कि इस देश के आम आदमी का भरोसा राजनीतिक दलों से टूट गया है और अब किसानों और मजदूरों की आस को केवल देश के मजदूर संगठन ही संघर्ष से पूरा करेंगे।
ए के सिंह ने कहा रेलवे कि  मजदूर संगठनों को मान्यता देने के चुनाव को  जानबूझकर टालना लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है, सरकार का यह कृत्य उसकी अलोकतांत्रिक मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार का रेलवे को कमजोर करने और बेचने का मंसूबा, इंटक , एन एफ आई आर और पी आर के एस पूरा नहीं होने देगा।
सभा को आर पी भट्ट और मनोज कुमार द्विवेदी ने भी सम्बोधित किया।
इस सभा मे देवेंद्र यादव, मनोज द्विवेदी, ओ पी सिंह दीपक चौधरी, दयाशंकर चौधरी, कुलदीप मणि, बिक्रम प्रसाद, इश्वर चंद्र विद्यासागर, कुलदीप मणि, मनीष चौधरी, राजीव कुमार सिंह, निशांत यादव पीयूष दुबे जयप्रकाश सिंह अमित गुप्ता सतीश श्रीवास्तव मदन चौबे सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित थे।

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