निषाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे डॉ सूर्यभान यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. शनिवार को जौनपुर के शाहगंज विधानसभा क्षेत्र के डेहरी गांव स्थित अपनें पैतृक आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वह संजय निषाद की तानाशाही से क्षुब्ध होकर निषाद पार्टी से इस्तीफ़ा दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि डॉ संजय निषाद नें शोषितों- वंचितों के उत्थान के लिए निषाद पार्टी बनाई लेकिन पार्टी के मूल उद्देश्यों से विमुख होकर अपने स्वार्थ के लिए पार्टी के नाम पर केवल सबको बेचनें का काम किया है. वीरांगना फूलनदेवी के अपमान का जो बदला लेना था, उनकी पैतृक सीट पर भी डॉ संजय निषाद नें किसी निषाद प्रत्याशी को उम्मीदवार बनाने की जगह क्षत्रिय को टिकट दे दिया. इससे पूरे निषाद समाज के ऊपर कुठाराघात करनें का काम किया.
शाहगंज से टिकट न मिलने पर बागी हुए सूर्यभान
2017 में शाहगंज विधानसभा से निषाद पार्टी से सूर्यभान यादव चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी. वे लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में लगे रहे. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद नें उन्हें इस बार भी शाहगंज विधानसभा से टिकट देनें का आश्वासन दिया और ऐन वक्त पर प्रतापगढ़ के पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिंह के बेटे रमेश सिंह को टिकट बेच दिया.
‘संजय निषाद को कोई भी खरीद सकता है’
शाहगंज विधानसभा से BJP की सहयोगी निषाद पार्टी से टिकट न मिलनें से सूर्यभान व उनके समर्थकों को निराश होना पड़ा. लेकिन इसी बीच कथित तौर पर प्रत्याशी रमेश सिंह द्वारा जगह-जगह जनता के बीच 2 करोड़ रुपये में सूर्यभान यादव को बैठाने की बात फैलने लगी, जिसके बाद निषाद पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव रहे सूर्यभान यादव नें निषाद पार्टी को छोड़ने का फैसला ले लिया.
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