गोरखपुर में आयोजित तीन दिवसीय क्रिटिकॉन 2025 (Criticon 2025) सम्मेलन का आज सफल समापन हुआ। तीसरे दिन का कार्यक्रम भी अत्यंत रोचक व ज्ञानवर्धक रहा, जिसमें देश-विदेश के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी प्रस्तुतियाँ दीं।
सुबह के सत्र में एक्सटेम्पोर प्रेज़ेंटेशन (Paper Presentation Winners) के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद आगरा की डॉ. दिप्तीमाला अग्रवाल ने “The Human Within the Monitor: Rediscovering Compassion in Critical Care” विषय पर व्याख्यान दिया, जिसमें गहन चिकित्सा के दौरान मानवीय संवेदनाओं और करुणा की महत्ता पर जोर दिया गया।
इसके उपरांत विभिन्न हॉलों में सेप्सिस (Sepsis), हाइपोक्सिया मैनेजमेंट, एबीजी (ABG), आईसीयू में पॉइंट ऑफ केयर तथा क्रिटिकल केयर में नई तकनीकों पर गहन चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने जटिल परिस्थितियों में रोगी प्रबंधन की रणनीतियों, सही ऐंटीबायोटिक चयन, श्वसन संबंधी चुनौतियों तथा पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल पर विस्तार से प्रकाश डाला I
सम्मेलन की विशेषता रही ISCCM के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. श्रीनिवास समवेदन की सक्रिय भागीदारी। उन्होंने
• गौतम बुद्ध हॉल में “Extubate Early & Prevent Re-intubation in Post-op Major Abdominal Surgery” विषय पर व्याख्यान दिया।
• संत कबीर हॉल में “Prone Ventilation in Resource Limited Settings” विषय पर अपना अनुभव साझा किया।
उनकी उपस्थिति और विचारों ने प्रतिभागियों को नवीनतम तकनीकों एवं व्यवहारिक दृष्टिकोण की गहरी समझ प्रदान की।
साथ ही, नर्सिंग वर्कशॉप का विशेष आयोजन एम्स गोरखपुर में हुआ जिसमे करीब 200 नर्सिंग स्टाफ व फ़ैकल्टि ने हिस्सा लिया । इसमें नर्सिंग स्टाफ को हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग, लेक्चर सीरीज़ और प्रैक्टिकल डेमो के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। इस वर्कशॉप में नर्सिंग टीमों ने मरीजों की देखभाल में आधुनिक पद्धतियों, वेंटिलेशन प्रबंधन, दवाओं के सुरक्षित उपयोग और आपातकालीन परिस्थितियों में टीमवर्क पर व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
समापन सत्र में आयोजक समिति के चेयरमैन डॉ. माहीम मित्तल ने वोट ऑफ थैंक्स प्रस्तुत किया। उन्होंने इस सम्मेलन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी फैकल्टी, डेलीगेट्स, आयोजन समिति, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी, ट्रैवल मैनेजमेंट कंपनी, एग्ज़िबिटर, मीडिया टीम, फैब्रिकेटर टीम तथा हर सहयोगी को धन्यवाद दिया।
डॉ. संतोष शर्मा, डॉ. ए.के. मल्ल , डॉ. आदित्य लांबा और पूरी आयोजन समिति ने भी सभी का आभार व्यक्त किया। उनके अनुसार, “यह सम्मेलन गोरखपुर में गहन चिकित्सा (Critical Care) के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ है, जिसने आने वाले समय में मरीजों की बेहतर देखभाल की दिशा में नई ऊर्जा और दृष्टिकोण प्रदान किया है।”
तीन दिवसीय यह राज्य स्तरीय सम्मेलन चिकित्सा जगत में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में याद किया जाएगा।
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