संगोष्ठी की अध्यक्षता, केंद्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार एवं संचालन महामंत्री बजरंगी दूबे ने किया. संगोष्ठी का संचालन करते हुए महामन्त्री ने बताया कि हम सभी के लिए गर्व की बात है कि G-20 समूह की अध्यक्षता भारत को मिली है, और उससे भी अधिक और गौरव एवं सम्मान की बात है कि L-20( लेबर-20) की अध्यक्षता भारत सरकार द्वारा भारतीय मजदूर संघ को दी गई है जो भारत ही नहीं बल्कि विश्व का सबसे बड़ा श्रम संगठन है और राष्ट्र हित की नीति को सर्वोपरि रखते हुए उद्योग एवं श्रमिक हित में काम करता है . जी-20 के सदस्य देशों में त्वरित विकास एवं समृद्धि लाने हेतु बनाई जाने वाली योजनाओं एवं नीतियों में श्रमिक का हित संरक्षण सुनिश्चित कैसे किया इसके लिए (L-20)/ लेबर-20 का ग्रुप बनाकर ,सबके सुझाव लेने का कार्य किया जा रहा है, जिसका मूल उद्येश्य इसमे देश के सभी संगठित , निजी क्षेत्र और असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिक संगठनों से समन्वय वार्ता एवं संगोष्ठी के माध्यम से श्रमिकों के हित निर्धारण कराने का प्रयास करना है . भारतीय मजदूर संघ का उद्देश्य शोषण मुक्त भारत समता युक्त स्वावलंबी भारत बनाने में, पूर्ण सहयोग करना है . संगोष्ठी में भारतीय मजदूर संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं श्रम कल्याण परिषद श्रम कल्याण परिषद उत्तर- प्रदेश सदस्य श्री राधे कृष्ण ने बताया कि मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी की जगह जीविका मजदूरी का भुगतान किया जाना चाहिए ताकि एक मजदूर अपने परिवार जनों का जिसमें कम से कम औसतन 5 सदस्य होते हैं उनका समुचित ढंग से पालन पोषण हो सके हालांकि वर्तमान समय में निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी बहुत से उद्योग मालिकों द्वारा श्रमिकों को नहीं किया जा रहा है. इसलिए देश की आर्थिक विकास मैं मजदूरों के पूर्ण सहयोग और उनके हित संरक्षण के लिए राष्ट्रीय श्रमिक बनाने की मांग किया.
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रदेश संगठन मंत्री रमेश तिवारी ने कहा की सरकार की संविदा आउटसोर्सिंग ठेकेदारी द्वारा स्थाई रूप के कार्यों को कराने का विरोध करते हुए कहा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार स्थाई प्रकृति के कार्यों की ठेकेदारी द्वारा नहीं कराए जाने चाहिए तथा समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाना चाहिए यह प्राकृतिक न्याय है .परंतु किसी सरकार द्वारा चाहे वह राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार , माननीय सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्देश का उल्लंघन करती है, इसके श्रमिकों का भारी शोषण होता चला आ रहा हैं. इसलिए संघ शोषण मुक्त भारत हो कि नीति बनाने की मांग कर रहा है
संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए भारतीय रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री जेपी गुप्ता ने कहा कि देश में सरकारी कर्मचारियों के सत्य निष्ठा एवं समर्पण के साथ अपना कार्य करने के कारण देश में कोविड-19 संक्रमण के दौरान मृत्यु दर सभी विकसित देशों की अपेक्षा में काफी कम रही तथा सरकारी कर्मचारियों ने कोविड-19 के दौरान व्यक्तिगत रूप से भारत सरकार का धन से सहयोग किया क्योंकि उस समय देश बड़े संकट के दौर से गुजर रहा था .उस समय सरकार ने कर्मचारियों का 18 महीने का डीए भी फ्रिज कर लिया था परंतु अब देश विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है और भारत की इकोनामी ऊपर जा रही है ऐसी स्थिति में कर्मचारियों का 18 महीने का फ्रिज D A बकाया भुगतान यथाशीघ्र करने की मांग की.
केंद्रीय कोषाध्यक्ष रविंद्र कुमार पांडे ने कहा देश में सरकारी एवं स्थाई कर्मचारियों को समाप्त करके संविदा ठेकेदारी अथवा आउटसोर्सिंग से कराए जाने से श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा बुरी तरह से प्रभावित हो रही है उन्होंने सभी मजदूरों के लिए शिक्षा स्वास्थ्य एवं सुरक्षा निशुल्क उपलब्ध कराने के साथ-साथ बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन दिए जाने की मांग की।
अध्यक्षता संबोधन करते हुए अरविंद कुमार ने कहा सरकारी क्षेत्रों में ठेकेदारी प्रथा पूर्णता बंद की जानी चाहिए तथा देश का विकास इस तरह से किया जाना चाहिए ताकि हम विनाश की ओर न बड़े जिसका ज्वलंत है तो उदाहरण उत्तराखंड चमोली जिला हैजहां पूरी की पूरी कॉलोनी जमीन नीचे जा रही है इस कारण से पर्यावरण का संरक्षण भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि विकास के साथ-साथ हम विनाश की और ना बढ़े उन्होंने रेलवे में काम करने वाले सभी श्रम संगठनों एवं एसोसिएशन को एकजुट होकर रेल कर्मचारियों के हित में संघर्ष करने का आह्वान किया।
संगोष्ठी में वरिष्ठ नागरिक एवं पेंशनर एसोसिएशन के पदाधिकारी श्री भरत सिंह एसके पांडे अवधेश श्रीवास्तव बी डी शुक्ला एवं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद यादव तथा क्षेत्रीय मंत्री राम ललित स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के संयुक्त संगठन मंत्री रामलोचन के साथ-साथ पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ के सुरेंद्र कुमार यादव शैलेश वर्मा नंदन सागर कामेश्वर दुबे अजीत शाही श्रीकांत सिंह डी यस खरे वीरेंद्र कुमार बिट्टू मनोज कुमार जनार्दन सिंह संजय राय राजेश्वर सिंह राजेश यादव आशीष मिश्रा प्रदीप श्रीवास्तव नवीन त्रिपाठी अभय सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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