सेफ सोसाइटी ने “इंटरनेशनल डे ऑफ़ इन्नोसेंट चिल्ड्रेन विक्टिम्स ऑफ अग्रेशन” के उपलक्ष्य में वंचित समुदाय के बच्चो के साथ प्रोग्राम आयोजित किया I बच्चो के द्वारा नाटक प्रस्तुत किया गया जिसमे परिवारिक, सामाजिक शोषण को दर्शाया गया जो शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक रूप से होते हैं I इस अवसर पर गोरखपुर की दीन दयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी से सायकोलोजी विभाग से एच. ओ. डी. प्रोफेसर अनुभूति दुबे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं, उन्होंने बच्चो की मनोदशा के बारे में बताया कि किस तरह से तनाव ग्रस्त बच्चो से व्यवहार करना चाहिए I बच्चो ने हर्षौल्लास से यह दिन मनाया साथ साथ उन्होंने खुद एवं समाज में दुसरे बच्चो के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के बारे में बातचीत की I बच्चो को उनके अधिकारों एवं शोषण के बारे में जागरूक किया गया कि किस तरह से शोषण से अपने आपको बचाना है I इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर के उन बच्चों के दर्द को स्वीकार करना है जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शोषण के शिकार हैं।
सेफ सोसाइटी जो पिछले 16 वर्षो से बाल अधिकार, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र मे कार्यरत है I संस्था का मुख्य केंद्र विभिन्न कठिन परिस्थितियों में रहने वाले वंचित समुदाय के साथ कार्य करना है जैसे कि झुग्गी झोपड़ी मे निवास करने वाले और अन्य स्थानों पर आवास और संसाधनों के अभाव मे अपना जीवन यापन करते हैं I यह संस्था वंचित एवं पिछड़े बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा, एवं आर्ट बेस्ड प्रक्रिया के माध्यम से मनोवैज्ञानिक ट्रामा को दूर कर रही है तथा सेफ्टी नेट के माध्यम से गायब हो चुके बच्चों को अपने परिवारों से पुनः एकीकरण करा रही है। इसके साथ साथ केंद्रीय एवं राज्य सरकार की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं मे पंजीकृत करवाना संस्थान की मुख्य गतिविधियों मे सम्मिलित हैंI अब तक संस्था ने गोरखपुर के बाल श्रम करने वाले बच्चो के परिवारों को केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के योजनाओ के अंतर्गत ई - श्रम कार्ड , बी. ओ. सी . डब्लू . कार्ड , बाल श्रमिक विद्या योजना एवं प्रधान मंत्री स्वनिधि योजनाओ से जोड़ चुकी है I
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